बॉलीवुड के किंग खान की कहानी !
हैलो दोस्तों मेरा नाम समीर अली है! और हमारी वेबसाइट Hindi Tech Word में आपका बहुत-बहुत स्वागत है! दोस्तों आज में आपको बताने वाला हूँ बॉलीवुड के एक ऐसे शख्स रोमैंस के बादशाह की कहानी जिन्हे लोग SRK, King Khan, Badshah, के नाम जानते है! दोस्तों इनका पूरा नाम शाहरुख़ खान है और ये एक भारतीय फिल्म अभनेता, निर्देशक और टेलीविज़न कलाकार भी है। जिन्हें मीडिया में “बॉलीवुड का बादशाह”, “किंग ऑफ़ बॉलीवुड” और “किंग खान” भी कहा जाता है।
शाहरुख़ खान अब तक 80 से भी ज्यादा बॉलीवुड फिल्म कर चुके है। लोस एंजेल्स के टाइम्स पत्रिका के अनुसार वे “दुनिया के सबसे बड़े मूवी स्टार” के नाम से भी जाने जाते है। जिनके चाहते भारत के साथ-साथ पुरे एशिया में भी फैले हुए है।
दुनिया में सबसे अमीर कलाकारों में शाहरुख़ खान भी शामिल है। जिनकी संपत्ति तक़रीबन 400-600 US$ बताई जाती है, और उनके बॉलीवुड में इस तरह के महान कार्य के लिए उन्हें कई पुरस्कार भी दिए गये है, जिनमे 14 फिल्मफेयर अवार्ड भी शामिल है।
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख़ खान का जीवन
पूरा नाम – शाहरुख खान
जन्म – 2 नवम्बर 1965
जन्मस्थान – न्यू-दिल्ली
पिता – मीर ताज मोहम्मद खान
माता – लतीफ़ फातिमा
शाहरुख़ खान का जन्म 2 नवम्बर 1965 को न्यू-दिल्ली में हुआ। उन्होंने अपने जीवन के पहले पाच साल मँगलोर में बिताये। जहा 1960 में उनके नाना इफ्तियार अहमद एक इंजिनियर थे। और उनके दादा जान मुहम्मद अफगानिस्तान के जातीय पठान थे। खान के पिता मीर ताज मोहम्मद खान ब्रिटिश इंडिया के पेशावर (अभी का पकिस्तान) के स्वतंत्रता सेनानी थे।
2010 तक खान का पैतृक परिवार किस्सा खावानी बाज़ार के शाह वाली क़ताल गली, पेशावर में रहते थे। मीर ये खान अब्दुल गफ्फार खान के अनुयायी थे और भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस से जुड़े हुए थे। 1947 में भारत विभाजन से पूर्व ही वे नयी दिल्ली आ गये थे। खान की माता लतीफ़ फातिमा, Shahrukh Khan का पालन पोषण राजेन्द्र नगर में ही हुआ, जो दिल्ली के ही आस-पास स्थित है।
वहा उनके पिता कई तरह का व्यापार करते थे जिनमे उनका एक रेस्टोरेंट भी शामिल है, उनका परिवार माध्यम-वर्गीय था जो एक किराये के अपार्टमेंट में रहते थे।
शाहरुख़ खान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट कोलंबिया स्कूल (दिल्ली) से पूरी की, जहा वे पढाई के साथ-साथ खेल-कूद में भी अव्वल थे। उन्हें उनके विद्यार्थी जीवन में कई पुरस्कार मिले। उनके युवा दिनों में वे कई नाटको में हिस्सा लेते थे और अलग -अलग भूमिका अदा करते थे।
शाहरुख़ खान के युवा दिनों में बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन और मुमताज़ उनके प्रिय कलाकार थे। उनके बचपन की उनकी सहेली और सह-कलाकार अमृता सिंह थी, जो बाद में बॉलीवुड अभिनेत्री बनी। बाद में खान को हंसराज महाविद्यालय (1985-88) में डाला गया जहा उन्होंने इकनोमिक की डिग्री प्राप्त की, लेकिन वे महाविद्यालय में जाने की बजाये अपना ज्यादातर समय दिल्ली थिएटर एक्शन ग्रुप में व्यतीत करते थे।
जहा बैरी जॉन के प्रशिक्षण में वे एक्टिंग सीखते थे। हंसराज के बाद भी मास्टर डिग्री प्राप्त करने जामिया मिल्लिया इस्लामिया भी गये लेकिन एक्टिंग में अपना करियर बनाने की वजह से उन्हें वो बिच में ही छोड़ना पड़ा। बाद में बॉलीवुड के उनके प्रारंभिक काल में वे दिल्ली के ड्रामा स्कूल में जाते थे।
शाहरुख़ खान का करियर !
Shahrukh Khan ने अपना करियर 1980 के अंत में टेलीविज़न से ही शुरू किया था। और बॉलीवुड में उन्होंने अपना शुभारम्भ 1992 में दीवाना फिल्म से किया था।
अपने प्रारंभिक फिल्मो में वे खलनायक की भूमिका में ज्यादा प्रसिद्द हुए, उन्होंने डर (1993), बाज़ीगर (1993) और अंजाम (1994) में खलनायक की भूमिका निभाई। और बाद में उन्होंने रोमांटिक फिल्मो को करना भी शुरू किया जिनमे दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे (1995), दिल तो पागल है (1997), कुछ-कुछ होता है (1998) और कभी ख़ुशी कभी गम (2001) भी शामिल है।
बाद में उन्होंने देवदास (2002) में एक व्यसनी की और स्वदेश (2004) में एक नासा वैज्ञानिक, चक दे इंडिया (2007) में हॉकी प्रशिक्षक और माय नेम इस खान (2007) में एक अस्पेर्गेर सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति की भूमिका अदा की जिसे दर्शको का बहोत प्रतिसाद मिला।
उनकी बहोत सी फिल्मो को भारत की राष्ट्रिय पहचान के रूप में दर्शाया गया और उनकी बहोत सी फिल्मो का प्रवासियों से, विशिष्ट प्रजातियों से, विशिष्ट धर्मो से, विशिष्ट लोगो से संबंध भी है। हिंदी फिल्म जगत में उनके इस महान कार्य के लिए भारत सरकार ने उन्हें पदम् श्री का सम्मान भी दिया।
2015 में खान मोशन फिल्म निर्माता कंपनी रेड चिली एंटरटेनमेंट के सह-अध्यक्ष बने और साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग की क्रिकेट टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के सह-मालक भी बने। वे एक सफल टेलीविज़न कलाकार (शो प्रेसेंटर) और स्टेज शो प्रदर्शक है। उनके इस काम के लिए मीडिया ने उन्हें “ब्रांड SRK” का उपनाम भी दिया।
शाहरुख़ खान ने अपने जीवन में कई सामाजिक काम भी किये वे कई सामाजिक संस्थाओ से जुड़े हुए है। और कई स्वास्थ संबंधी संस्थाओ से जुड़कर लोगो की सेवा करते रहते है। उन्होंने आपतकालीन परिस्थितियों में कई बार लोगो की मदद भी की है, और गरीब अवन अनाथ बच्चो की पढाई में भी वे मदद करते है। 2008 में Newsweek पत्रिका ने उन्हें विश्व के 50 शक्तिशाली लोगो की सूचि में भी शामिल किया था।
25 अक्टूबर 1991 को एक पंजाबी-हिंदु लड़की गौरी छिब्बर से हिंदु परम्पराओ के अनुसार शादी की। उन्हें एक लड़का आर्यन (जन्म 1997) और एक लड़की सुहाना (जन्म 2000) है। 2013 में, वे तीसरे बच्चे के माता-पिता बने जिसका नाम अब्राम है (Shahrukh Khan Son) खान के अनुसार, उनका इस्लाम पर पूरा भरोसा है लेकिन वे अपनी पत्नी के धर्म को भी उतना ही महत्त्व देते है। उनके बच्चे भी दिल से दोनों धर्मो को मानते है। उनके घर में जहा कुरान रखी है वाही दूसरी और हन्दू देवताओ को भी रखा गया है।
शाहरुख़ खान, जिसे आज भारत ही क्या पुरे विश्व में बच्चा-बच्चा जानता है। उनकी रोमांटिक फिल्मो को देखते हुए हाल ही उन्हें एक नया नाम “किंग ऑफ़ रोमांस” भी दिया गया।
शायद ही आज तक फिल्मो के मामले में शाह रुख खान के रिकॉर्ड को कोई तोड़ पाया होगा। उनकी हर फिल्म का दर्शक बेसब्री से इंतजार करते रहते है। वे बोवूद के बेताज बादशाह है।
लेकिन इस बात का शाहरुख़ खान ने कभी घमंड नही किया, वे सदैव गरीबो, पीडितो की मदत करने के लिए तैयार रहते है। और बच्चो को शिक्षा देने के लिए कई संस्थाए भी चला रहे है। एक कलाकार होने के बावजूद उनमे इतनी खूबिया है। निच्छित ही शाहरुख़ खान भारत का सदैव चमकते रहने वाला “कोहिनूर हीरा” है!
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